Saat Nischay Yojana क्या है:
सात निश्चय योजना (7 Nischay Yojna) बिहार सरकार की प्रमुख विकास पहल है जिसकी शुरुआत 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा की गई थी, इसका उद्देश्य राज्य में ग्रामीण और शहरी दोनों स्तरों पर बुनियादी सुविधाएं पहुँचाना था।
सात निश्चय योजना का पहला चरण (भाग–I) मुख्यतः महत्वपूर्ण सेवा व आधारभूत संरचना पर केंद्रित है, जैसे कि जल, बिजली, स्वच्छता, रोजगार, सड़क, शिक्षा, और युवाओं का सशक्तिकरण।
Saat Nischay Yojana Part 1 का अवलोकन
Saat Nischay Part 1 में शामिल सात निश्चय हैं:
- हर घर नल का जल (मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय)
- हर घर बिजली
- हर घर शौचालय
- आर्थिक हल – युवाओं को बल (स्वयं सहायता भत्ता)
- बुनियादी ढांचा – सड़क, नाली, पक्की गली
- शहरी जल आपूर्ति सुविधा
- कौशल एवं छात्र सहायता (स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कौशल विकास)
आइए, अब इन योजनाओं का विस्तार से विश्लेषण करते हैं:
1. हर घर नल का जल (ग्रामीण पेयजल निश्चय)
बिहार सरकार ने 2016 में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल (गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्र) योजना शुरू की, जिसका उद्देश्य था कि ग्रामीण इलाकों में हर घर को पीने योग्य नल के माध्यम से जल पहुंचाया जाए।
यह योजना जल जनित बीमारियों को कम करने, समय की बचत और जीवन स्तर सुधारने में सहायक रही।
लक्ष्य और आवश्यकता:
बिहार सरकार के आधिकारिक पोर्टल के अनुसार, ग्रामीण पेयजल निश्चय का उद्देश्य 2020 तक हर ग्रामीण घर तक पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना था।
इस योजना के तहत फ्लोराइड, आर्सेनिक और आयरन प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित जल की आपूर्ति प्राथमिकता थी।
कार्यान्वयन प्रक्रिया:
- पंचायत स्तर पर जलाशय और टंकी का निर्माण।
- पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार।
- घरेलू कनेक्शन का निःशुल्क या न्यूनतम शुल्क पर वितरण।
आंकड़े:
बिहार सरकार के Bihar Vikas Mission पोर्टल के अनुसार, 2024 तक 90% से अधिक ग्रामीण घरों में नल का जल पहुंच चुका था।
लाभ:
- महिलाएं और बच्चे अब दूर से पानी लाने में समय बर्बाद नहीं करते।
- जलजनित बीमारियों में उल्लेखनीय कमी आई।
2. हर घर बिजली
बिजली वितरण और सबस्टेशन के अपग्रेडेशन से यह सुनिश्चित किया गया कि बिहार में अधिकांश ग्रामीण और शहरी घरों में निरंतर बिजली आपूर्ति हो। यह निश्चय शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक एहेम कदम था।
उद्देश्य:
गांव-गांव में बिजली पहुंचाना, ट्रांसफॉर्मर और सबस्टेशन अपग्रेड करना और 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना।
मुख्य उपलब्धियां:
- बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के अनुसार, 2018 तक हर घर बिजली कनेक्शन का लक्ष्य पूरा किया गया।
- बिजली खपत में 2015 की तुलना में 2.5 गुना वृद्धि हुई।
प्रभाव:
- छात्रों को पढ़ाई में सुविधा।
- छोटे व्यवसाय और कृषि कार्य में उत्पादकता बढ़ी।
3. हर घर शौचालय (घर का अधिकार)
खुले में शौच की समस्या को दूर करने के लिए घर-घर शौचालय स्थापना और ग्रामीण/शहरी क्षेत्रों को ODF (Open Defecation Free) बनाना इस योजना का मूल उद्देश्य था। इससे स्वच्छता, स्वास्थ्य और महिला सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार हुआ।
उद्देश्य:
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को ODF (Open Defecation Free) बनाना और महिलाओं की गरिमा व सुरक्षा सुनिश्चित करना।
मुख्य बिंदु:
- स्वच्छ भारत मिशन के साथ एकीकृत।
- प्रत्येक पात्र परिवार को शौचालय निर्माण हेतु अनुदान।
सकारात्मक परिणाम:
- खुले में शौच की आदत में कमी।
- बीमारियों और संक्रमण में गिरावट।
4. आर्थिक हल – युवाओं को बल (MNSSBY & Kusshal Yuva Program)
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना (MNSSBY)
यह योजना 20–25 वर्ष की उम्र के बेरोजगार युवाओं को प्रति माह ₹1000 भत्ता देने, और प्रशिक्षण हेतु Kushal Yuva Program में 240 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य कर सफल उम्मीदवारों को रोजगार ही नहीं, आत्मनिर्भर भी बनाना चाहती है 7 Nischay Yuva Up Mission।
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (BSCC) योजना
उच्च शिक्षा के लिए छात्राओं और छात्रों को ₹4 लाख तक का ब्याज-मुक्त ऋण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है Bihar Student Credit Card।
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना (MNSSBY):
- 20–25 वर्ष के बेरोजगार स्नातकों को ₹1000 मासिक भत्ता।
- उद्देश्य: प्रशिक्षण के दौरान आर्थिक सहयोग।
कुशल युवा कार्यक्रम:
- 240 घंटे का प्रशिक्षण – संचार कौशल, आईटी और व्यवहारिक प्रशिक्षण।
- प्रशिक्षण के बाद प्रमाणपत्र और रोजगार सहायता।
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड:
- उच्च शिक्षा के लिए ₹4 लाख तक का ऋण।
- ब्याज दर लगभग शून्य, लंबी पुनर्भुगतान अवधि।
5. सड़क एवं जल निकासी (गली-नाली पक्कीकरण)
बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार के तौर पर गली-नाली पक्कीकरण, बारिश में जलजमाव को रोकने, सड़क से जुड़े जोखिमों को कम करने और आवासीय सुविधा बनाए रखने हेतु यह निश्चय लागू किया गया। इससे ग्रामीण विकास और सफर की सुविधा में सुधार हुआ है।
उद्देश्य:
- गली और नालियों का पक्कीकरण।
- जलजमाव की समस्या से निपटना।
प्रगति:
- नगर निगम और पंचायतों में हजारों किलोमीटर पक्की गली और नालियों का निर्माण।
- बारिश में आवागमन आसान।
6. शहरी जल आपूर्ति
शहरी क्षेत्रों में बड़े जल शोधन संयंत्र और नए पाइपलाइन नेटवर्क से हर शहरी घर तक जल पहुँचाना इस निश्चय का लक्ष्य था। इसका उद्देश्य शहरी इलाकों में जीवन की गुणवत्ता और सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों को सुधारना था।
उद्देश्य:
बिहार सरकार के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में बढ़ती आबादी और जल संकट को देखते हुए हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना इस योजना का मुख्य लक्ष्य था। यह निश्चय विशेष रूप से छोटे और मध्यम शहरों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां पहले पाइपलाइन से जल आपूर्ति की सुविधा सीमित थी।
मुख्य कार्य:
- नए जल शोधन संयंत्र (Water Treatment Plants) का निर्माण।
- पुराने पाइपलाइन नेटवर्क का प्रतिस्थापन और विस्तार।
- जल संग्रहण टंकियों (Overhead Tanks) का निर्माण।
- घरेलू कनेक्शनों की संख्या में वृद्धि।
प्रगति:
- 2024 तक राज्य के लगभग सभी नगर निगम और नगर परिषद क्षेत्रों में घरेलू जल कनेक्शन की कवरेज 80% से अधिक हो गई।
- बोरवेल और हैंडपंप पर निर्भरता में कमी आई।
लाभ:
- जलजनित बीमारियों में कमी।
- घर-घर जल उपलब्ध होने से समय और श्रम की बचत।
- शहरी जीवन स्तर में सुधार।
7. कौशल विकास एवं शिक्षा सहायता
कौशल विकास
युवा शक्ति को नौकरी-योग्य बनाने हेतु तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए, जिनमें प्रमाणपत्र और प्लेसमेंट सहायता भी उपलब्ध कराई गई।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
सशक्त शिक्षा माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए BSCC योजना के माध्यम से उच्च शिक्षा हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की गई Bihar Student Credit Card।
कौशल विकास कार्यक्रम
- कुशल युवा कार्यक्रम के तहत युवाओं को संचार, कंप्यूटर, और सॉफ्ट स्किल्स में प्रशिक्षण दिया जाता है।
- प्रशिक्षण की अवधि 3 महीने (240 घंटे) होती है।
- अब तक लाखों युवाओं को यह प्रशिक्षण देकर रोजगार या स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं।
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (BSCC)
- 12वीं पास छात्रों के लिए उच्च शिक्षा हेतु ₹4 लाख तक का ऋण।
- यह ऋण सामान्यतः ब्याज मुक्त या बहुत कम ब्याज पर मिलता है।
- इस योजना का लाभ लेकर इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट और अन्य पेशेवर कोर्स में दाखिला संभव हुआ।
प्रभाव:
- आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा का अवसर।
- युवाओं में आत्मनिर्भरता और रोजगार क्षमता में वृद्धि।
7 Nischay Yojna: भाग–I की समग्र उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव:
- बुनियादी सुविधाओं का विस्तार – बिजली, जल, शौचालय, सड़क, जल निकासी आदि सेवाओं का ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान रूप से विकास।
- महिला सशक्तिकरण – जल और शौचालय की सुविधा से महिलाओं का समय और श्रम बचा, जिससे वे शिक्षा और आय सृजन में अधिक भागीदारी कर सकीं।
- युवाओं को अवसर – भत्ता, प्रशिक्षण और क्रेडिट कार्ड योजनाओं से युवाओं को रोजगार और शिक्षा के नए रास्ते मिले।
चुनौतियां:
- योजनाओं के रखरखाव के लिए पर्याप्त निगरानी तंत्र की आवश्यकता।
- भ्रष्टाचार, फर्जी लाभार्थी और फंड के दुरुपयोग की रोकथाम।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जल और बिजली की निरंतर आपूर्ति बनाए रखना।
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निष्कर्ष
“7 Nischay Yojana : भाग–I” बिहार के बुनियादी ढांचे और सामाजिक विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई है। इस योजना ने न केवल बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया है, बल्कि युवाओं को शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के अवसर भी प्रदान किए हैं।
हालांकि, इसकी दीर्घकालिक सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि सरकार इन सुविधाओं का रखरखाव और निगरानी कितनी प्रभावी तरीके से करती है।
FAQs: Saat Nischay Yojana: 7 Nischay Yojna Part 1
1. सात निश्चय योजना कब शुरू हुई थी?
यह योजना 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई थी।
2. भाग–I में कितनी योजनाएं शामिल हैं?
भाग–I में कुल 7 प्रमुख योजनाएं शामिल हैं।
3. हर घर नल का जल योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
हर ग्रामीण और शहरी घर तक शुद्ध पेयजल पाइपलाइन के माध्यम से पहुंचाना।
4. बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से कितनी राशि का ऋण मिलता है?
₹4 लाख तक का ऋण उच्च शिक्षा के लिए दिया जाता है।
5. इस योजना से सबसे बड़ा लाभ किस वर्ग को मिला है?
ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, विशेषकर महिलाएं और युवा।